14.6.18

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग सात)



अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग सात)

इस वीडियो में परमेश्वर के वचन "वचन देह में प्रकट होता है" पुस्तक से हैं। इस वीडियो की सामग्री:
परमेश्वर के परीक्षणों के बारे में कोई गलतफहमी नहीं रखो
वे जो परमेश्वर का भय मानते और बुराई से दूर रहते हैं उन्हें परमेश्वर के द्वारा स्नेह से देखा जाता है, जबकि ऐसे लोग जो मूर्ख हैं उन्हें परमेश्वर के द्वारा नीची दृष्टि से देखा जाता है

13.6.18

अंतिम दिनों के मसीह के कथन “परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II अंतिम दिनों के मसीह के कथन”


अंतिम दिनों के मसीह के कथन “परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II अंतिम दिनों के मसीह के कथन”


इस वीडियो में परमेश्वर के वचन "वचन देह में प्रकट होता है" पुस्तक से हैं। इस वीडियो की सामग्री:
परमेश्वर के परीक्षणों के बारे में कोई गलतफहमी नहीं रखो
वे जो परमेश्वर का भय मानते और बुराई से दूर रहते हैं उन्हें परमेश्वर के द्वारा स्नेह से देखा जाता है, जबकि ऐसे लोग जो मूर्ख हैं उन्हें परमेश्वर के द्वारा नीची दृष्टि से देखा जाता है

12.6.18

Hindi Christian Documentary "वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" | Testimony of the Power of God





Hindi Christian Documentary "वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" | Testimony of the Power of God



पूरे विशाल ब्रह्मांड में सभी आकाशीय पिण्ड सटीक रीति से, अपनी-अपनी कक्षाओं में भ्रमण करते हैं। आकाश के तले, पहाड़ों, नदियों और झीलों की अपनी-अपनी सीमाएं होती हैं, और सभी प्राणी जीवन के नियमों के अनुसार चार मौसमों में रहते हुए प्रजनन करते हैं ..इन सबको अत्यंत विशिष्टता से आकार दिया गया है-क्या कोई शक्तिमान है जो इन सब पर शासन और इनकी व्यवस्था कर रहा है? इस जगत में रोते हुए आने से लेकर, हमने जीवन में अलग-अलग भूमिकाएं निभाई हैं। जन्म से बुढ़ापा, फिर रोग, फिर मृत्यु, हम ग़म और ख़ुशी के बीच जीते रहते हैं ... दरअसन दरअसल कहाँ से आता है और हम वास्तव में कहाँ चले जाते हैं? हमारी नियति को कौन नियंत्रित कर रहा है? प्राचीन समय से लेकर आधुनिक समय तक, महान राष्ट्रों का उदय हुआ, अनेक वंश आए और गए, अनेक देशों और मनुष्यों का उत्थान हुआ और फिर वे काल के गाल में समा गए ... प्रकृति के नियमों की तरह, मानवता के विकास में भी अनंत रहस्य निहित हैं। क्या आप इनके उत्तर जानना चाहेंगे? वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है नामक डॉक्यूमेंटरी आपको इसके मूल तक पहुँचने का रास्ता दिखाएगी, हर रहस्य पर से पर्दा हटाएगी!

9.6.18

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है II परमेश्वर का धर्मी स्वभाव" (भाग पांच)





अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है II परमेश्वर का धर्मी स्वभाव" (भाग पांच)


इस वीडियो में परमेश्वर के वचन "वचन देह में प्रकट हुआ से आगे जारी" पुस्तक से हैं। इस वीडियो की सामग्री:
(III) पांच प्रकार के लोग
पहले प्रकार के लोगों को "कपड़े में लिपटे हुए नवजात शिशु" की अवस्था के रूप में जाना जाता है।
दूसरे प्रकार की अवस्था "दूध पीते हुए शिशु" की अवस्था है।
तीसरे प्रकार की अवस्था दूध छुड़ाए हुए बच्चे की है – छोटे बच्चे की अवस्था।
चौथे प्रकार की अवस्था परिपक्व होते हुए बालक की अवस्था है; अर्थात्, बचपना।
पांचवे प्रकार की अवस्था परिपक्व जीवन की अवस्था है, या बालिग अवस्था है।

28.3.18

Hindi Gospel Movie clip "प्रतीक्षारत" – हम परमेश्वर की वाणी को अलग से कैसे पहचान सकते हैं? (1)



"जिसके कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है" (प्रकाशित वाक्य 2:29)। क्या आपने पवित्र आत्मा को कलीसियाओं से बात करते सुना है? क्या सर्वशक्तिमान परमेश्वर और प्रभु यीशु द्वारा कहे गए वचन एक ही आत्मा, एक ही स्रोत से बोले गए हैं? इस मूवी क्लिप से आपको इस बात का खुलासा हो जाएगा!

25.3.18

Hindi Gospel Movie clip "प्रतीक्षारत" – उन लोगों का अंत जो प्रभु के दूसरे आगमन का प्रतिरोध करते हैं



वह भला कैसे प्रभु को प्रकट होते देख सकता है और उसके बावजूद प्रभु के दूसरे आगमन से इन्कार कर सकता है? यह कैसे हो सकता है कि वह हमेशा प्रभु के आगमन का ध्यान रखे और प्रतीक्षा करे, किन्तु अपनी मृत्यु के समय अपने पीछे जीवन भर का पछतावा छोड़ जाए? इस मूवी क्लिप में आपको इसका उत्तर मिलेगा।

4.3.18

Is Mankind Really in Control of Its Own Fate?

Is Mankind Really in Control of Its Own Fate?

Faced with unexpected disaster, all our knowledge, skills, and ability count for nothing … all we feel is helplessness, uncertainty, shock, fear, we sense the fragility of life…. And we can’t help but ask ourselves: Who controls our fate? Who is our only salvation? 




Is Mankind Really in Control of Its Own Fate?

Many people think that their fate is in their own hands—but will you still believe this when faced with disaster? Will you not feel shock, fear, and horror? Will you not feel small and insignificant, will you not sense the fragility of life? Who can save us? 




Is Mankind Really in Control of Its Own Fate?

We think that we can create a beautiful home with our own hands, but do we really control our own fate? When disaster strikes, we are so small, helpless and uncertain…. Only at such moments do we sense the fragility and preciousness of life …

अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...