28.6.18

चीन में धार्मिक उत्पीड़न का इतिहास: भोर होने से पहले घना अँधेरा




चीन में धार्मिक उत्पीड़न का इतिहास: भोर होने से पहले घना अँधेरा


वर्ष 1949 में मेनलैण्ड चीन में सत्ता में आने के बाद से, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी धार्मिक आस्था का निरंतर उत्पीड़न करने में लगी रही है। पागलपन में यह ईसाइयों को बंदी बना चुकी है और उनकी हत्या कर चुकी है, चीन में काम कर रहे मिशनरियों को निष्काषित कर चुकी है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा चुका है, बाइबल की अनगिनत प्रतियों को जब्त कर नष्ट किया जा चुका है, कलीसिया की इमारतों को सीलबंद कर दिया गया है और ढहाया जा चुका है, और सभी गृह कलीसिया को जड़ से उखाड़ फैंकने का प्रयास किया जा चुका है।

27.6.18

चीन में धार्मिक उत्पीड़न का इतिहास: अपराधी कौन है?


चीन में धार्मिक उत्पीड़न का इतिहास: अपराधी कौन है?

वर्ष 1949 में मेनलैण्ड चीन में सत्ता में आने के बाद से, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी धार्मिक आस्था का निरंतर उत्पीड़न करने में लगी रही है। पागलपन में यह ईसाइयों को बंदी बना चुकी है और उनकी हत्या कर चुकी है, चीन में काम कर रहे मिशनरियों को निष्काषित कर चुकी है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा चुका है, बाइबल की अनगिनत प्रतियां जब्त कर जला दी गयीं हैं, कलीसिया की इमारतों को सीलबंद कर दिया गया है और ढहाया जा चुका है, और सभी गृह कलीसिया को जड़ से उखाड़ फैंकने का प्रयास किया जा चुका है।

26.6.18

"गहरी सर्दी में"



"गहरी सर्दी में"

उसका नाम जिआओ ली हैI उसने एक दशक से भी अधिक समय तक परमेश्वर पर विश्वास किया हैI 2012 की सर्दी में, उसे एक सभा में चीनी कम्युनिस्ट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया थाI पूछताछ के दौरान, पुलिस ने कलीसिया के नेताओं के ठिकानों और पैसों के बारे में खुलासा करते हुए, परमेश्वर को धोखा देने के लिए उसे लुभाने के प्रयासों में बार-बार बहलाने, धमकी देने, यातना देने और तोड़ने की कोशिश कीI विशेष रूप से एक बर्फीली रात में, जब तापमान शून्य से भी बीस डिग्री नीचे था, उसे कपड़े उतारकर जबरदस्ती नग्न कर दिया, बर्फीले पानी से भिगोया, उसके जनानागों में बिजली के झटके दिए, और पुलिस ने जबरदस्ती उसकी नाक में सरसों का पानी डाला....

25.6.18

किसने धकेला उसे मौत के मुं‍ह में



किसने धकेला उसे मौत के मुं‍ह में


वर्ष 1949 में मेनलैण्ड चीन में सत्ता में आने के बाद से, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी धार्मिक आस्था का निरंतर उत्पीड़न करने में लगी रही है। पागलपन में यह ईसाइयों को बंदी बना चुकी है और उनकी हत्या कर चुकी है, चीन में काम कर रहे मिशनरियों को निष्काषित कर चुकी है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा चुका है, बाइबल की अनगिनत प्रतियां जब्त कर जला दी गयीं हैं, कलीसिया की इमारतों को सीलबंद कर दिया गया है और ढहाया जा चुका है, और सभी गृह कलीसिया को जड़ से उखाड़ फैंकने का प्रयास किया जा चुका है।

24.6.18

The Power of Faith in God | Hindi Christian Video | "सत्रह? जाहिल कहीं के!"



The Power of Faith in God | Hindi Christian Video | "सत्रह? जाहिल कहीं के!"

"बच्चे! क्या तुम जानते हो कि कम्युनिस्ट पार्टी नास्तिक है और परमेश्वर में विश्वास करने के खिलाफ है? चीन में, कौन सा परमेश्वर है जिस पर तुम विश्वास करते हो? तुम्हारा यह परमेश्वर कहां है?" "यह मत समझो कि तुम बच्चे हो, हम तुम पर दया करेंगे! अगर तुम परमेश्वर में विश्वास करना जारी रखते हो, तो तुम्हें जान से मार दिया जायेगा!" हाथों में बिजली की छड़ें लेकर चीनी कम्युनिस्ट पुलिस इस लड़के के पीछे भागती है जिसका शरीर घावों से भरा है।

23.6.18

28 मई के झाओयुआन मामले के पीछे का सत्य उजागर हुआ (Hindi)

The Church of Almighty God | 28 मई के झाओयुआन मामले के पीछे का सत्य उजागर हुआ (Hindi)

       2014 में, सीसीपी ने घरेलू कलीसियाओं का पूर्ण दमन करने के लिए जनता की राय का आधार बनाने हेतु मनमाने ढंग से शेनडोंग प्रांत में कुख्यात 5/28 झाओयुआन घटना को गढ़ा, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की निंदा और बदनामी करने के लिए विश्व भर में झूठ प्रसारित किया।

22.6.18

अपनी असलियत की सही पहचान

2. अपनी असलियत की सही पहचान

शाओशाओ शूझाऊ शहर, ज़िआंग्सु प्रांत

चर्च के काम-काज की आवश्यकताओं के कारण, मुझे अपने कर्तव्य के निर्वाह के लिए एक दूसरे स्थान पर भेजा गया था। उस समय, उक्त स्थान पर सुसमाचार का कार्य संतोषजनक स्थिति मेँ नहीं था और भाइयों और बहनों की स्थिति समान्यतया अच्छी नहीं थी। लेकिन चूंकि मुझे पवित्र आत्मा का सानिध्य प्राप्त था, प्रतिकूल अवस्था के बावजूद भी मैंने सभी सौंपे हुए कार्य को पूर्ण आत्मविश्वास के साथ हाथ मेँ लिया। सुपुर्द कार्य को स्वीकार करने के बाद, मैंने पूर्ण दायित्व बोध, सम्पूर्ण प्रबुद्धता का अनुभव किया और यह भी सोचा कि मुझमें पर्याप्त इच्छा शक्ति है। मुझे विश्वास था कि मैं समर्थ हूँ और इस दायित्व का निष्पादन भली भाँति कर सकती हूँ। वास्तविक स्थिति यह थी कि उस समय मुझे पवित्र आत्मा के कार्यों का किसी भी प्रकार का ज्ञान नहीं था और न ही मुझे अपने स्वभाव के बारे मेँ पता था। मैं पूरी तरह आत्म-संतुष्टि और आत्म-मुग्धता की स्थिति मेँ जी रही थी।

अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...