इस दिन तक,
आप यह न महसूस करेंगे कि रचनाकार
अब एक पहेली नहीं है,
कि वह रचनाकार आपसे कभी भी छिपा हुआ नहीं रहा,
कि वह रचनाकार
उसने अपना चेहरा कभी भी आपसे छिपाया नहीं,
कि वह आपसे कभी भी दूर नहीं रहा,
कि वह ऐसा नहीं रहा कि आप उसे अपने विचारों में निरंतर खोजते रहें
परन्तु आप अपनी भावनाओं के माध्यम से उस तक नहीं पहुंच सकते,
कि वह वास्तव और सही में आपके दायें और बाएं आपकी सुरक्षा के लिए खड़ा है,
आपको जीवन दे रहा है, और आपकी नियति को नियंत्रित कर रहा है,
आपकी नियति को नियंत्रित कर रहा है।
वह कहीं दूर क्षितिज में नहीं है, और न ही उसने अपने आप को ऊंचाई पर बादलों में कहीं छिपा लिया है।