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23.8.18

Hindi Christian Song | परमेश्वर के प्रकटन की महत्ता | Praise Jesus' Return

Hindi Christian Song | परमेश्वर के प्रकटन की महत्ता | Praise Jesus' Return


परमेश्वर के प्रकटन के मायने हैं, अपने काम की ख़ातिर धरती पर उसका निजी आगमन। वो अपनी पहचान, अपने स्वभाव, अपने तरीके से, युग शुरु करने, युग का अंत करने, इंसानों के बीच आता है। ऐसा प्रकटन न प्रतीक है, न तस्वीर है। ये रस्म का रूप नहीं।

17.2.18

Hindi Christian Song | अन्यजाति के देशों में परमेश्वर का नाम फैलेगा



मानवता की विनयशीलता को बढ़ावा देना, परमेश्वर के न्याय का उद्देश्य है; मानव का रूपांतरण करना, परमेश्वर की ताड़ना का उद्देश्य है। परमेश्वर का काम अपने प्रबंधन के लिये है मगर, कुछ भी ऐसा नहीं है जो इंसान के हित में ना हो। परमेश्वर चाहता है, इस्राएल के परे की धरती, इस्राएलवासियों की तरह आदेश माने, बना सके उन्हें सच्चे मानव, ताकि इस्राएल के परे की धरती पर, पांव परमेश्वर के जम जाएं। ये परमेश्वर का प्रबंधन है, ये परमेश्वर का प्रबंधन है। अन्यजातियों की धरती पर, ये उसका काम है।

31.1.18

मानव जाति पर परमेश्वर की करुणा



"दया" को..... कई तरीकों से समझ सकते है इसका मतलब तो प्यार, सुरक्षा और देखभाल है "दया"... का मतलब प्रभु से लगाव है लेकिन ज्यादा स्नेह किसी के नुकसान के लिए नहीं है जो उसके प्यार और कोमलता का छाया मात्र है और इस भावना को हम कभी भी खोना नहीं चाहेंगे यह परमेश्वर का रहम और सहनशीलता है इंसानों पर जबकि परमेश्वर ने सभी के लिए एक ही शब्द का प्रयोग किया लेकिन इसमें उनके दिल की आवाज़ और नज़रिया है हमारे लिए जब परमेश्वर बोले तो सब कुछ प्रकाशित हुआ

18.1.18

Hindi Christian Worship Song | परमेश्वर के कार्य फैले हैं ब्रह्मांड के विशाल विस्तार में

Hindi Christian Worship Song | परमेश्वर के कार्य फैले हैं ब्रह्मांड के विशाल विस्तार में

परमेश्वर देखता है सब कुछ ऊपर से,
सभी चीज़ों पर है प्रभुत्व उसका ऊपर से।
साथ ही, पृथ्वी पर भेजा है अपना उद्धार परमेश्वर ने।
हर समय परमेश्वर देख रहा है अपने गुप्त स्थान से,
इंसान की हर चाल को, हर चीज़ को जो वे कहते और करते हैं।
खुली हुई किताब की तरह परमेश्वर जानता है इंसान को।
गुप्त स्थान है परमेश्वर का निवास, 
नभ-मंडल वह बिस्तर है जिस पर वह लेटता है।

10.1.18

जो नये काम को स्वीकारते हैं वो धन्य हैं



 धन्य हैं वो सभी जो, हैं सक्षम आज्ञा पालन में उस पवित्र आत्मा के, वास्तविक कथनों की। फर्क नहीं पड़ता वो कैसे थे, कैसे पवित्र आत्मा, कैसे पवित्र आत्मा, उनमें काम किया करती थी, जिन्हों ने पा लिए नव अवसर, सबसे अधिक धन्य हैं वो। नव अवसर पालन में, जो नाकाम हो जाएं वो तो लुप्त हो जायेंगे। प्र भु उन्हें ही चाहतें हैं, नयी रोशनी को जो माने, और उनके नए काम को जो, स्वीकारें और जानें। 

2.1.18

ईश्वर का संरक्षण सदा मानवजाति के लिए है



 देखते हैं ईश्वर अपनी सृष्टि, हैं देखते, दिन-प्रतिदिन, निहारते। विनय से छिप कर वे, मानव-जीवन परखते, इंसाँ के हर काम देखते। कौन हैं जो सच में प्रभु को समर्पित हुए? किसी ने किया कभी सच्चाई की साधना? किसने माना प्रभु को ह्रदय से, वादे निभाए और, कर्तव्य पूरे किये? किसने बसाया प्रभु को कभी अपने ह्रदय में? किसने प्रभु को अपने प्राणों सा प्यारा माना? किसने देखा उनके दिव्य पूर्ण रूप को, और ईश्वर को छूना चाहा? 

31.12.17

Hindi Gospel Song | परमेश्वर का स्वभाव है उत्कृष्ट और भव्य | Understand the Feelings of God



 परमेश्वर नाराज़ है कि, अधर्मी चीज़ें इंसान को दुख दे रही हैं, अंधकार और बुराई का अस्तित्व है, जैसे वे चीज़ें जो सच्चाई को नकारती हैं, कि अच्छाई के प्रतिकूल हैं, कि अच्छाई के प्रतिकूल हैं। उसका रोष, बुराइयों के अंत का प्रतीक, परमेश्वर का रोष, उसकी पवित्रता का प्रतीक है, उसकी पवित्रता का प्रतीक है।

28.12.17

परमेश्वर स्वयं के लिए इंसान की सच्ची आस्था और प्रेम पाने की करता है आशा



 परमेश्वर करता है आशा, जब तुम समझो, उसके सच्चे रूप को, तुम हो जाओगे उनके और करीब; सच्चे दिल से समझोगे उनके प्रेम को, इंसानियत के लिए उनकी चिंता की करोगे सच्ची तारीफ़; अपने दिल को सौंप दोगे उनके हाथ में, न रहेगा शंका न होगा कोई संदेह उनके बारे में, 

इंसान के लिए वो सब कुछ करते हैं, लेकिन चुपके से, उनकी सच्चाई, निष्ठा और प्यार मिलता है इंसान को चुपके से।

22.12.17

कैसे ढूंढें परमेश्वर के नक़्शे-कदम



 ढूंढ रहे हैं चूंकि हम, परमेश्वर के नक़्शे-कदम, परमेश्वर की क्या इच्छा है, ढूंढ कर ही रहेंगे हम, ढूंढ कर रहेंगे हम उसके वचन और कथन। क्योंकि जहां प्रभु के नये वचन हैं, वहां प्रभु की वाणी है, जहां प्रभु के नक़्शे-कदम हैं, वहां प्रभु के काम हैं। जहां प्रभु की अभिव्यक्ति है, वहां प्रभु का अवतरण है, और जहां प्रभु का अवतरण है, वहां सत्य, मार्ग और जीवन है।

27.10.17

काम परमेश्वर का सदा बढता ही रहता है



 काम परमेश्वर का सदा बढ़ता रहता है, मगर उसका इरादा सदा एक सा रहता है, बस बदलते हैं काम करने के साधन सदा, बदलते हैं उसके चाहने वाले सदा, काम परमेश्वर के जो होंगे ज़्यादा, लोग भी परमेश्वर को जानेंगे पूरी तरह, उसके काम के संग-संग इंसान का स्वभाव बदलता है।

अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...