30.10.17

A Cappella | Hindi Christian Music Video "परमेश्वर का ज्ञान होने से प्राप्त परिणाम"


 इस दिन तक, आप यह न महसूस करेंगे कि रचनाकार अब एक पहेली नहीं है, कि वह रचनाकार आपसे कभी भी छिपा हुआ नहीं रहा, कि वह रचनाकार उसने अपना चेहरा कभी भी आपसे छिपाया नहीं, कि वह आपसे कभी भी दूर नहीं रहा, कि वह ऐसा नहीं रहा कि आप उसे अपने विचारों में निरंतर खोजते रहें परन्तु आप अपनी भावनाओं के माध्यम से उस तक नहीं पहुंच सकते, कि वह वास्तव और सही में आपके दायें और बाएं आपकी सुरक्षा के लिए खड़ा है, आपको जीवन दे रहा है, और आपकी नियति को नियंत्रित कर रहा है, आपकी नियति को नियंत्रित कर रहा है। वह कहीं दूर क्षितिज में नहीं है, और न ही उसने अपने आप को ऊंचाई पर बादलों में कहीं छिपा लिया है।

28.10.17

Hindi Christian Song "एक निर्मित प्राणी के दिल की आवाज़" | A Song of Praise From Christians' Hearts

मैंने चाहा रोना, कोई जगह नहीं थी सही। मैंने चाहा गाना, मिला नहीं कोई गीत। मैंने चाहा एक निर्मित प्राणी के प्रेम का करना इज़हार। ऊपर-नीचे ढूंढा, पर कोई वचन न बता पाए, न बता पाए मुझे होता जो महसूस। व्यावहारिक और सच्चे परमेश्वर, मेरे भीतर के प्रेम। स्तुति में आपकी मैं उठाऊँ अपने हाथ, हूँ ख़ुश कि आप आए इस दुनिया में।

27.10.17

काम परमेश्वर का सदा बढता ही रहता है



 काम परमेश्वर का सदा बढ़ता रहता है, मगर उसका इरादा सदा एक सा रहता है, बस बदलते हैं काम करने के साधन सदा, बदलते हैं उसके चाहने वाले सदा, काम परमेश्वर के जो होंगे ज़्यादा, लोग भी परमेश्वर को जानेंगे पूरी तरह, उसके काम के संग-संग इंसान का स्वभाव बदलता है।

25.10.17

जो सचमुच में आज्ञाकारी हैं वे निश्चय ही परमेश्वर के द्वारा ग्रहण किए जाएँगे


पवित्र आत्मा का काम दिन ब दिन बदलता जाता है, हर एक कदम के साथ ऊँचा उठता जाता है; आने वाले कल का प्रकाशन आज से भी कहीं ज़्यादा ऊँचा हो जाता है, कदम दर कदम और ऊपर चढ़ता जाता है। जिस कार्य के द्वारा परमेश्वर मनुष्य मनुष्य को सिद्ध करता है वह ऐसा ही है। यदि मनुष्य उस गति से चल न पाए, तो उसे किसी भी समय छोड़ा जा सकता है।

24.10.17

परमेश्वर सम्पूर्ण मानवजाति के भाग्य का नियन्ता है


मानवजाति का सदस्य और सच्चे ईसाई होने के नाते, अपने मन और शरीर को परमेश्वर के आदेश को पूरा करने के लिए समर्पित करना हम सभी की ज़िम्मेदारी और दायित्व है, क्योंकि हमारा सम्पूर्ण अस्तित्व परमेश्वर से आया है, और यह परमेश्वर की संप्रभुता के कारण अस्तित्व में है।

23.10.17

छुटकारे के युग में कार्य से सम्बन्धित सत्य


मेरी सम्पूर्ण प्रबन्धन योजना, जो छः हज़ार सालों तक फैली हुई है, तीन चरणों या तीन युगों को शामिल करती हैः पहला, व्यवस्था का युग; दूसरा, अनुग्रह का युग (जो छुटकारे का युग भी है); और अंत में राज्य का युग।

अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...