3.1.19

10. यह क्यों है कि केवल देह-धारी परमेश्वर के कार्य के अनुभव और आज्ञा-पालन करने के द्वारा ही कोई परमेश्वर को जान सकता है?(2)

     परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

     परमेश्वर अंत के दिनों में नया कार्य कर रहाहै। वह अपने स्वभाव के बारे में और अधिक प्रकट करेगा, और यह यीशु के समय की करुणा और प्रेम नहीं होगा। चूँकि उसके पास नया कार्य है, इसलिए इस नए कार्य के साथ एक नया स्वभाव होगा।

1.1.19

9. न्याय के कार्य को करने के लिए देह-धारण किया हुआ परमेश्वर किस तरह मानव जाति के अस्पष्ट परमेश्वर में विश्वास को और शैतान के प्रभुत्व के अंधेरे युग को समाप्त करता है?(14)

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     परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:


       जब मैं औपचारिक रूप से अपनी सामर्थ्य को लूँगा और राज्य में राजा के रूप में राज करूँगा, तो मेरे सभी लोग मेरे द्वारा समय के साथ पूर्ण बना दिए जाएँगे। जब विश्व के सभी राष्ट्र तितर-बितर हो जाते हैं, यह ठीक तब होगा जब मेरा राज्य स्थापित होकर आकार ले लेगा और साथ ही जब मैं भी रूपान्तरित होकर समस्त विश्व की ओर मुड़ूँगा।

31.12.18

9. न्याय के कार्य को करने के लिए देह-धारण किया हुआ परमेश्वर किस तरह मानव जाति के अस्पष्ट परमेश्वर में विश्वास को और शैतान के प्रभुत्व के अंधेरे युग को समाप्त करता है?(13)

       परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

      यह कार्य परमेश्वर द्वारा पृथ्वी पर विभिन्न आपदाओं को प्रकट करके किया जाना होगा। परन्तु परमेश्वर प्रकट नहीं होगा; क्योंकि, इस समय, बड़े लाल अजगर का राष्ट्र अभी भी मैली भूमि होगा, परमेश्वर प्रकट नहीं होगा, परंतु केवल ताड़ना के रूप में उभरकर आएगा। परमेश्वर का धर्मी स्वभाव ऐसा है, और कोई इससे बच नहीं सकता।

30.12.18

9. न्याय के कार्य को करने के लिए देह-धारण किया हुआ परमेश्वर किस तरह मानव जाति के अस्पष्ट परमेश्वर में विश्वास को और शैतान के प्रभुत्व के अंधेरे युग को समाप्त करता है?(12)

        परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:


      जब सभी लोग को पूर्ण बना लिया गया होगा और पृथ्वी के सभी राष्ट्र मसीह का राज्य बन गए होंगे, तब वह समय होगा जब सात बिजलियाँ गरजती हैं। वर्तमान दिन उस चरण की दिशा में आगे एक लंबा कदम है,आने वाले समय पर आवेश उन्मुक्त कर दिया गया है। यह परमेश्वर की योजना है—निकट भविष्य में इसका एहसास हो जाएगा।

29.12.18

9. न्याय के कार्य को करने के लिए देह-धारण किया हुआ परमेश्वर किस तरह मानव जाति के अस्पष्ट परमेश्वर में विश्वास को और शैतान के प्रभुत्व के अंधेरे युग को समाप्त करता है?(11)

       परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:


      मेरे वचनों के पूर्ण होने के बाद, राज्य धीरे-धीरे पृथ्वी पर आकार लेने लगता है और मनुष्य धीरे-धीरे सामान्य हो जाता, और इस प्रकार पृथ्वी पर मेरे हृदय में राज्य स्थापित हो जाता है। उस राज्य में, परमेश्वर के सभी लोगों को सामान्य मनुष्य का जीवन वापस मिल जाता है।

28.12.18

9. न्याय के कार्य को करने के लिए देह-धारण किया हुआ परमेश्वर किस तरह मानव जाति के अस्पष्ट परमेश्वर में विश्वास को और शैतान के प्रभुत्व के अंधेरे युग को समाप्त करता है?(10)

        परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:


      जब मनुष्य को परिष्कृत कर दिया जाता है उसके पश्चात् ही वह पापपूर्ण स्वभाव से रहित होगा, क्योंकि परमेश्वर ने शैतान को पराजित कर दिया होगा, जिसका अर्थ यह है कि विरोधी ताकतों के द्वारा कोई अतिक्रमण नहीं होगा, और कोई विरोधी ताकतें मनुष्य के शरीर पर आक्रमण नहीं कर सकती हैं। और इस प्रकार मनुष्य स्वतन्त्र एवं पवित्र होगा - वह अनन्तकाल में प्रवेश कर चुका होगा।

अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...