10.7.19

36. उत्पीड़न और आपदा ने पनपने में मेरी सहायता की

बाइतुओ डेझोउ शहर, शैंडॉन्ग प्रांत
पहले, मैं सिर्फ इतना ही जानती थी कि परमेश्वर की बुद्धि का प्रयोग शैतान की साज़िश के आधार पर किया जाता था, यह कि परमेश्वर बुद्धिमान परमेश्वर है और यह कि शैतान सिद्धांत रूप से हमेशा ही परमेश्वर का पराजित शत्रु होगा, लेकिन मुझे इस बारे में कोई समझ या ज्ञान नहीं था कि यह वास्तविक अनुभव पर आधारित है। बाद में, केवल परमेश्वर द्वारा व्यवस्थित वातावरण के भीतर ही मुझे सत्य के इस पहलू का कुछ वास्तविक अनुभव प्राप्त हुआ।

9.7.19

34. परमेश्वर में विश्वास करने के मार्ग पर बेहतरी के लिए एक मोड़

झुआनबिआन शंघाई शहर
यद्यपि मैं कई वर्षों से परमेश्वर का अनुसरण करता आ रहा था, फिर भी मैंने अपने जीवन में प्रवेश के साथ लगभग कोई प्रगति नहीं की थी, और इसने मुझे बहुत चिंतित महसूस करवा दिया था। खासकर जब मैंने जीवन प्रवेश के बारे में किसी उपदेश की एक रिकॉर्डिंग को सुना, और पवित्र आत्मा द्वारा द्वारा उपयोग किए गए व्यक्ति को उन भाइयों और बहनों से वार्ता करते हुए सुना जो उपदेश में उपस्थित थे और उसे सुन रहे थे, तो उसे इस तरह की बातें कहते हुए सुनकर मैं चिंतित महसूस करने लगा, "अब तुम लोग परमेश्वर में विश्वास करते हो और तुम लोगों ने सत्य की खोज की मिठास को चख लिया है।

8.7.19

New Hindi Christian Movie | "जागृति" | God Awakens My Soul (Hindi Dubbed)

New Hindi Christian Movie | "जागृति" | God Awakens My Soul (Hindi Dubbed)


लू शाउएन चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारिका थीं। धार्मिक पादरियों और एल्डर्स द्वारा फैलायी गयी गलत धारणाओं में विश्वास करके वे इस बात पर जोर देती रहीं कि "प्रभु यीशु ने पहले ही मनुष्य के पापों को माफ़ कर दिया है, और जो लोग प्रभु में विश्वास करते हैं, वे हमेशा बचा लिये जाएंगे। उन्हें परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य को स्वीकार करने की ज़रूरत नहीं है।"

7.7.19

Hindi Christian Movie Trailer "जागृति" | God Awakens My Soul

Hindi Christian Movie Trailer "जागृति" | God Awakens My Soul

लू शाउएन चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारिका थीं। धार्मिक पादरियों और एल्डर्स द्वारा फैलायी गयी गलत धारणाओं में विश्वास करके वे इस बात पर जोर देती रहीं कि "प्रभु यीशु ने पहले ही मनुष्य के पापों को माफ़ कर दिया है, और जो लोग प्रभु में विश्वास करते हैं, वे हमेशा बचा लिये जाएंगे। उन्हें परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य को स्वीकार करने की ज़रूरत नहीं है।"

6.7.19

33. दुनिया के अंधकार और बुराई के स्रोत के बारे में एक संक्षिप्त वार्ता

यांग ली वुहाई शहर, इनर मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र
जब मैं स्कूल में ही थी, तब मेरे पिता बीमार हो गए और उनका देहांत हो गया। उनकी मृत्यु के बाद, परिवार के दोनों पक्षों के चाचाओं/मामाओं ने, जिनकी मेरे पिता द्वारा अक्सर ही मदद की जाती थी, न केवल हमारा—मेरी माँ जिनके पास कमाई का कोई स्रोत नहीं था, मेरी दो बहनों और मुझ पर—कोई ध्यान नहीं दिया, बल्कि, इसके विपरीत, हमसे फायदा उठाने के लिए वे जो कुछ भी कर सकते थे, उन्होंने किया, यहाँ तक कि उस थोड़ी सी विरासत के लिए भी हमसे लड़ाई करते थे जो मेरे पिता पीछे छोड़ गए थे। मेरे रिश्तेदारों की बेरुख़ी और उन्होंने जो कुछ भी किया जिसकी मैं कभी उम्मीद भी नहीं कर सकती थी, उसके सामने मुझे बहुत पीड़ा महसूस होती थी और मैं इन रिश्तेदारों द्वारा प्रदर्शित विवेक के पूर्ण अभाव और निष्ठुरता से नफ़रत करने के अलावा और कुछ नहीं कर सकती थी, साथ ही मुझे मानव प्रकृति की अस्थिरता का भी ज्ञान हो रहा था।

5.7.19

32. परमेश्वर का हर वचन उसके स्वभाव की अभिव्यक्ति है

हु के डेझोउ शहर, शैंडॉन्ग प्रांत
जब भी मैं परमेश्वर द्वारा बोले गए इन वचनों को देखती, तो मुझे उत्कण्ठा महसूस होती थी: "हर एक वाक्य जो मैं ने कहा है वह परमेश्वर के स्वभाव को सिद्ध करता है। आप यदि मेरे वचनों पर सावधानी से मनन करोगे तो अच्छा होगा, और आप निश्चय उनसे बड़ा लाभ उठाएंगे।" मैं उत्कण्ठा महसूस करती थी क्योंकि मनुष्य की परमेश्वर के बारे में समझ और उनके उसे प्रेम और संतुष्ट करने कोशिश करने, दोनों के लिए परमेश्वर के स्वभाव को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन परमेश्वर के वचनों को खाते और पीते समय, मैं हमेशा महसूस करती थी कि परमेश्वर का स्वभाव बहुत ज्यादा गूढ़ है, और मैं नहीं जानती थी कि इसे कैसे समझा जाए। बाद में, अपने अगुआ से संगति के माध्यम से, मैं यह जान पाई कि मुझे परमेश्वर के वचनों से यह समझना चाहिए कि वह क्या पसंद करता है और किससे नफ़रत करता है, और इस तरह से मैं परमेश्वर के स्वभाव को जान पाई।

4.7.19

31. मैं मसीह को देखने के अयोग्य हूँ

हुआनबाओ डैलिआन शहर, लिआओनिंग प्रांत
जब से मैंने सबसे पहले सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास करना आरंभ किया, तब से मैं उन भाइयों और बहनों की हमेशा सराहना करता था जो मसीह की व्यक्तिगत सेवकाई हासिल कर सकते हैं, जो अपने स्वयं के कानों से उसके धर्मोपदेशों को सुन सकते हैं। अपने दिल में, मैं सोचता कि अगर भविष्य में एक दिन मैं मसीह के धर्मोपदेशों को सुन सकूँ तो यह कितना अद्भुत होगा, निस्संदेह उसे देखना तो और भी अधिक अद्भुत होगा। लेकिन बाद में, उसकी संगति को सुनकर, मुझे मेरे दिल की गहराई से यह महसूस होने लगा है कि मैं मसीह को देखने के योग्य नहीं हूँ।

अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...