3.3.18

The One Who Holds Sovereignty Over Everything

God says: “among all things and in the heavens there is but One from everlasting to everlasting who holds sovereignty over everything.” 

 Why Do We Live? And Why Do We Have to Die?


God says: “Those who die take with them the stories of the living, and those who are living repeat the same tragic history of those who have died. And so mankind can’t help but ask itself: Why do we live? And why do we have to die? Who is in command of this world? And who created this mankind? Was mankind really created by Mother Nature? Is mankind really in control of its own fate?”



    One Will Return From Whence They Came


Throughout the ages, all people have followed the same laws of existence; from their first words to when their hair turns grey, they spend their whole lives rushing about, until they finally turn to dust … 



   Why Do We Live? And Why Do We Have to Die?


God says: “Those who die take with them the stories of the living, and those who are living repeat the same tragic history of those who have died.” 





2.3.18

The One Who Holds Sovereignty Over Everything

God says: “among all things and in the heavens there is but One from everlasting to everlasting who holds sovereignty over everything.” 

 Why Do We Live? And Why Do We Have to Die?



God says: “Those who die take with them the stories of the living, and those who are living repeat the same tragic history of those who have died. And so mankind can’t help but ask itself: Why do we live? And why do we have to die? Who is in command of this world? And who created this mankind? Was mankind really created by Mother Nature? Is mankind really in control of its own fate?”

1.3.18

केवल वे ही लोग स्वर्ग के साम्राज्य में प्रवेश करने योग्य हैं जो परमेश्वर की इच्छा का पालन करेंगे।



स्वर्ग के साम्राज्य में किस तरह के व्यक्ति का आरोहणहोगा? प्रभु यीशु ने कहा है: "जो मुझसे,‘हे प्रभु! हे प्रभु! कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है" (मत्ती 7:21)।

28.2.18

"प्रतीक्षारत" – चतुर कुंवारी "सच्चे मसीह" और "झूठे मसीहों" के बीच अन्तर कर सकती है



प्रभु के दूसरे आगमन का सामना होने पर, क्या आप झूठे मसीहों से इतने भयभीत हो जाएंगे कि आप अपनी रक्षा के लिए द्वार ही बंद कर लेंगे और प्रभु के प्रकटन की प्रतीक्षा करेंगे, या आप चतुर कुंवारी की तरह आचरण करेंगे, और परमेश्वर की वाणी पर ध्यान देंगे और प्रभु की वापसी का अभिनंदन करेंगे? इस वीडियो में आपको यह बताया जाएगा कि प्रभु के दूसरे आगमन का स्वागत कैसे करें।

24.2.18

Hindi Christian Video | Chronicles of Religious Persecution | "किसने धकेला उसे मौत के मुं‍ह में"

Hindi Christian Video | Chronicles of Religious Persecution | "किसने धकेला उसे मौत के मुं‍ह में"


     वर्ष 1949 में मेनलैण्ड चीन में सत्ता में आने के बाद से, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी धार्मिक आस्था का निरंतर उत्पीड़न करने में लगी रही है। पागलपन में यह ईसाइयों को बंदी बना चुकी है और उनकी हत्या कर चुकी है, चीन में काम कर रहे मिशनरियों को निष्काषित कर चुकी है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा चुका है, बाइबल की अनगिनत प्रतियां जब्त कर जला दी गयीं हैं, कलीसिया की इमारतों को सीलबंद कर दिया गया है और ढहाया जा चुका है, और सभी गृह कलीसिया को जड़ से उखाड़ फैंकने का प्रयास किया जा चुका है।

23.2.18

Hindi Christian Short Film “नूह का समय आ चुका है” | The Ark of the Last Days

Hindi Christian Movie | नूह का समय आ चुका है | God's Warning to Man in the Last Days (Hindi Dubbed)


आओ नूह के युग के दौरान की मानवता पर पीछे मुड़कर देखते हैं। मनुष्य सभी प्रकार की दुष्ट गतिविधियों में संलग्न था और पश्चाताप करने के लिए उसने विचार भी नहीं किया। किसी ने भी परमेश्वर के वचन को नहीं सुना। उनकी कठोरता तथा बुराई ने परमेश्वर के क्रोध को बढ़ाया और अंत में, वे एक भयंकर बाढ़ की आपदा द्वारा निगल लिये गये। केवल नूह के आठ लोगों के परिवार ने परमेश्वर के वचन को सुना और बच पाने में सफल रहे। अब, अंत के दिन पहले ही आ चुके हैं।

अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...