1.3.18

केवल वे ही लोग स्वर्ग के साम्राज्य में प्रवेश करने योग्य हैं जो परमेश्वर की इच्छा का पालन करेंगे।



स्वर्ग के साम्राज्य में किस तरह के व्यक्ति का आरोहणहोगा? प्रभु यीशु ने कहा है: "जो मुझसे,‘हे प्रभु! हे प्रभु! कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है" (मत्ती 7:21)।लेकिन कुछ लोग यह मानते हैं कि स्वर्गिक पिता की इच्छा के अनुसार कार्य करने का अर्थ केवल प्रभु के नाम के प्रति निष्ठावान होना, श्रमपूर्वक उसकी सेवा करना और सलीब धारण करने की पीड़ा सहना है, और यदि हम यह सब कार्य करेंगे, तो स्वर्ग के साम्राज्य में आरोहित होने के लिए हमें केवल इसी तरह प्रभु के दूसरे आगमन को देखने और प्रतीक्षा करने की जरूरत है। क्या ये विचार प्रभु की अपेक्षाओं के अनुरूप हैं? इस क्लिप से आप यह बात जानेंगे।

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

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अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

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