Hindi Christian Movie | महाअज्ञान | Why Can’t Foolish Virgins Enter the Kingdom of Heaven? (Hindi Dubbed)
झेंग मुएन अमेरिका में चीन की एक ईसाई कलीसिया में सहकर्मी हैं, उन्होंने कई वर्षों से प्रभु में विश्वास किया है, और वे प्रभु के लिए बड़ी लगन से काम करते हैं और स्वयं को खपाते हैं। एक दिन, उनकी आंटी उन्हें गवाही देती हैं कि प्रभु यीशु अंत के दिनों में सत्य व्यक्त करने और न्याय और मनुष्य को शुद्ध करने का कार्य करने के लिए लौट आये हैं। यह खबर उन्हें बहुत उत्साहित करती है।सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन को पढ़ने और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की फ़िल्में और वीडियो देखने के बाद, झेंग मुएन का दिल सत्यापित करता है कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन सत्य हैं, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर अवश्य प्रभु यीशु की वापसी हो सकते हैं, इसलिए वे अपने भाई-बहनों के साथ मिलकर परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य की जांच-पड़ताल शुरू कर देते हैं। लेकिन जब उनकी कलीसिया के अगुआ पादरी मा को इस बात का पता चलता है, तो वे बार-बार रुकावट पैदा करने और झेंग मुएन को रोकने की कोशिश करते हैं।वे झेंग मुएन से सच्चे मार्ग की जांच-पड़ताल छुड़वाने की कोशिश में, उन्हें चीनी सरकार का एक प्रचार वीडियो दिखाते हैं जिसमें चमकती पूर्वी बिजली को बदनाम कर उसकी निंदा की जाती है, और यह वीडियो उन्हें पशोपेश में डाल देता है: वे जाहिर तौर पर देख पाते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन सत्य और परमेश्वर की वाणी हैं, तो फिर धार्मिक दुनिया के पादरी और एल्डर्स सर्वशक्तिमान परमेश्वर की निंदा क्यों करते हैं? वे न केवल खुद उनकी खोज या जांच-पड़ताल करने से इनकार करते हैं, वे दूसरों को भी सच्चे मार्ग को स्वीकार करने से रोकने की कोशिश करते हैं। ऐसा क्यों है?....झेंग मुएन को धोखा खाने और गलत रास्ता पकड़ने का डर है, मगर साथ ही वे आरोहित होने का अपना मौक़ा खो देने से भी डरते हैं। इस संघर्ष और उलझन में, पादरी मा चीनी सरकार और धार्मिक दुनिया का और भी ज़्यादा नकारात्मक प्रचार पेश करते हैं, जिससे झेंग मुएन के दिल में और भी बहुत-सी शंकाएं पैदा हो जाती हैं। वे पादरी मा की बात मानने और सच्चे मार्ग की अपनी जांच-पड़ताल को छोड़ देने का फैसला कर लेते हैं। बाद में, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के गवाहों की गवाहियां और संगति सुनाने के बाद, झेंग मुएन समझ पाते हैं कि सच्चे मार्ग की जांच-पड़ताल करने में, सबसे बुनियादी सिद्धांत यह तय करना है कि क्या उस मार्ग में सत्य है और क्या वह परमेश्वर की वाणी को व्यक्त करता है। जो भी कोई बहुत सत्य व्यक्त कर सकते हों, वे अवश्य मसीह के प्रकटन होंगे, क्योंकि भ्रष्ट मानवजाति का कोई भी सदस्य कभी सत्य व्यक्त नहीं कर सकता। यह एक अकाट्य तथ्य है। अगर सच्चे मार्ग की जांच-पड़ताल करते समय कोई परमेश्वर की वाणी को सुनने पर ध्यान नहीं देते, और इसके बजाय अपनी कल्पनाओं के आधार पर सफ़ेद बादलों पर प्रभु यीशु के उतरने का इंतज़ार करते हैं, तो वे कभी भी परमेश्वर के प्रकटन का स्वागत नहीं कर पायेंगे। झेंग मुएन अंत में समझ पाते हैं कि बुद्धिमान कुवांरियों का, प्रभु यीशु द्वारा बोली गयी परमेश्वर की वाणी को सुनने का रहस्य क्या है, और फिर वे चीनी सरकार और धार्मिक दुनिया के पादरियों और एल्डर्स की झूठी बातों और बेतुके सिद्धांतों पर यकीन न करने का फैसला करते हैं, और अपने धार्मिक पादरी के चंगुल और बंधनों से छुटकारा पा लेते हैं। झेंग मुएन सच्चे मार्ग की जांच-पड़ताल करने की मुश्किलों का गहराई से अनुभव करते हैं। विवेक के बिना और सत्य को खोजे बिना, परमेश्वर की वाणी को सुनने या परमेश्वर के सिंहासन के सामने आरोहित होने का कोई रास्ता नहीं है। इसके बदले, कोई सिर्फ शैतान से धोखा खाकर उसके नियंत्रण में फंस सकता है, और शैतान के जाल में मर सकता है; इससे बाइबल का यह वचन पूरा होता है, "मेरे ज्ञान के न होने से मेरी प्रजा नष्ट हो गई" (होशे 4:6)। (© BSI) "मूढ़ लोग निर्बुद्धि होने के कारण मर जाते हैं" (नीतिवचन 10:21)। (© BSI)
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