6.1.19

10. यह क्यों है कि केवल देह-धारी परमेश्वर के कार्य के अनुभव और आज्ञा-पालन करने के द्वारा ही कोई परमेश्वर को जान सकता है?(5)

      परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

    परमेश्वर की सम्पत्ति और परमेश्वरत्व, परमेश्वर का सत्व, परमेश्वर का स्वभाव - यह सब कुछ मानवजाति को उसके वचन के माध्यम से समझाया जा चुका है। जब इंसान परमेश्वर के वचन को अनुभव करेगा, तो परमेश्वर के कहे हुए वचन के पीछे छिपे हुए उद्देश्यों को समझेगा, तो उनके अनुपालन की प्रक्रिया में, परमेश्वर के वचन की पृष्ठभूमि तथा स्रोत और परमेश्वर के वचन के अभिप्रेरित प्रभाव को समझेगा तथा सराहना करेगा। मानवजाति के लिए, ये सभी वे बातें हैं जो मनुष्य को अवश्य ही अनुभव, समझना और जीवन और सत्य में प्रवेश करने के लिए सीखनी चाहिए, परमेश्वर के अभिप्राय को समझना चाहिए, अपने स्वभाव में परिवर्तित हो जाना चाहिये और परमेश्वर की सम्प्रभुता और व्यवस्था के प्रति समर्पित हो जाना चाहिये। साथ ही साथ मनुष्य जो अनुभव, समझता और इन बातों में प्रवेश करता है, तो वह धीरे-धीरे परमेश्वर की समझ को प्राप्त करता है और साथ ही वह ज्ञान के विभिन्न स्तरों को भी प्राप्त करता है। यह समझ और ज्ञान मनुष्य के द्वारा कल्पना करने या मानने से नहीं आती है, परन्तु उसके द्वारा जिसे उसने समझा है, अनुभव किया है, महसूस किया है और अपने आप में पक्का किया। केवल इन बातों को समझने, अनुभव करने, महसूस करने और अपने आप में पक्का करने के बाद ही परमेश्वर के प्रति मनुष्य का ज्ञान संतोष प्राप्त करता है। केवल वही ज्ञान वास्तविक, असली और सही है जो वह इस समय प्राप्त करता है और उसके वचनों का मूल्यांकन, करने, महसूस करने और अपने आप में पक्का करने के द्वारा परमेश्वर के प्रति सही समझ और ज्ञान को प्राप्त करने की यह प्रक्रिया, और कुछ नहीं वरन् परमेश्वर और मनुष्य के मध्य सच्चा संवाद है। इस प्रकार के संवाद के मध्य, मनुष्य परमेश्वर की समझ और उसके उद्देश्यों को समझ सकता है, परमेश्वर की सम्पत्ति और परमेश्वरत्व को सही तौर पर जान सकता है, परमेश्वर की वास्तविक समझ और तत्व को ग्रहण कर सकता है, धीरे-धीरे परमेश्वर की प्रकृति और समझ को जा पाता है, एक पूरी निश्चितता के साथ परमेश्वर के सम्पूर्ण प्रकृति के ऊपर प्रभुत्व की सही परिभाषा और परमेश्वर की पहचान और स्थान के ज्ञान तथा उसकी मौलिक छवि प्राप्त करता है।

"वचन देह में प्रकट होता है से आगे जारी" के लिए प्रस्तावना से

     Source From:सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य,अंतिम दिनों के मसीह   के लिए गवाहियाँ,  I. परमेश्वर के देह-धारण से सम्बंधित सत्य के पहलू पर हर किसी को गवाही देनी चाहिए से

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अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य के बारे में बाइबिल की भविष्यवाणियाँ

     संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:      "पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है" (यूहन...