(परमेश्वर के वचन का चुना गया अवतरण)
देहधारण के महत्व को दो देहधारण पूरा करते हैं
परमेश्वर न केवल एक आत्मा है बल्कि वह देहधारण भी कर सकता है; इसके अलावा, वह महिमा का एक शरीर है। यीशु को यद्यपि तुम लोगों ने नहीं देखा है उसकी गवाही इस्राएलियों के द्वारा, अर्थात्, उस समय के यहूदियों द्वारा दी गई थी। पहले वह एक देह था, परन्तु उसे सलीब पर चढ़ाए जाने के बाद, वह महिमावान शरीर बन गया। वह व्यापक पवित्रात्मा है और सभी स्थानों में कार्य कर सकता है। वह यहोवा, यीशु और मसीहा हो सकता है; अंत में, वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर बन सकता है। वह धार्मिकता, न्याय, और ताड़ना है, श्राप और क्रोध है, परन्तु दया और करुणा भी है। उसके द्वारा किया गया समस्त कार्य उसका प्रतिनिधित्व कर सकता है। तुम क्या कहते हो कि वह किस प्रकार का परमेश्वर है? तुम मात्र उसकी व्याख्या करने में सक्षम नहीं होगे और केवल कह सकते हो कि, "मैं नहीं समझा सकता हूँ कि वह किस प्रकार का परमेश्वर है?" यह निष्कर्ष मत निकालो कि परमेश्वर हमेशा के लिए दया और करुणा का ही परमेश्वर है, मात्र इसलिए क्योंकि परमेश्वर ने एक चरण में छुटकारे का कार्य किया। क्या तुम निश्चित हो सकते हो कि वह केवल ऐसा ही परमेश्वर है? यदि वह एक दयालु और प्रेममय परमेश्वर है, तो क्यों वह अंत के दिनों में युग का अंत करेगा? क्यों वह बहुत सी विपत्तियाँ गिराएगा? यदि यह ऐसा है जैसा कि तुम सोचते हो, कि वह अंत तक, यहाँ तक कि अंतिम युग तक, मनुष्य के प्रति दयालु और प्रेममय रहेगा, तो फिर वह स्वर्ग से विपत्तियाँ क्यों गिराएगा? यदि वह मनुष्य के साथ स्वयं के जैसे और अपने एकमात्र पुत्र के जैसे प्रेम करता है, तो वह स्वर्ग से दैवी कोप और ओले क्यों गिराएगा? वह मनुष्य को अकाल और महामारी से पीड़ित क्यों होने देता है? वह मनुष्य को इन विपत्तियों से पीड़ित क्यो होने देता है? तुम लोगों में से कोई भी यह कहने का साहस नहीं रखता कि वह किस प्रकार का परमेश्वर है, कोई भी नहीं समझा सकता है। क्या तुम निश्चित हो सकते हो कि वह पवित्रात्मा है? क्या तुम यह कहने का साहस रखते हो कि वह यीशु की देह है? और क्या तुम यह कहने करने का साहस रखते हो कि वह एक ऐसा परमेश्वर है जिसे मनुष्य के लिए हमेशा के लिए सलीब पर चढ़ाया जाएगा?
"वचन देह में प्रकट होता है" से
Source From:सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य,अंतिम दिनों के मसीह के लिए गवाहियाँ, I. परमेश्वर के देह-धारण से सम्बंधित सत्य के पहलू पर हर किसी को गवाही देनी चाहिए से।
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