(1) अंत के दिनों में परमेश्वर का न्याय का कार्य मनुष्य को शुद्ध करने, बचाने और सिद्ध बनाने, तथा विजय प्राप्त करने वालों का एक समूह बनाने के लिए किया जाता है।
परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
आज मैं जो कुछ भी कह रहा हूँ वह लोगों के पापों और उनकी अधार्मिकता का न्याय करने के लिए है; यह लोगों की विद्रोहशीलता को शाप देने के लिए है। उनकी धोखेबाज़ी और कुटिलता, और उनके वचन और कार्य, वे सभी चीजें जो उसकी इच्छा के अनुरूप नहीं हैं, न्याय से गुज़रेंगे, और लोगों की विद्रोहशीलता की पापमय के रूप में निंदा की जाती है। वह न्याय के सिद्धांतों के अनुसार बोलता है, और वह उनकी अधार्मिकता का न्याय करने, उनकी विद्रोहशीलता को शाप देने और उनके कुरूप चेहरों को उजागर करने के माध्यम से अपने धर्मी स्वभाव को प्रकट करता है। पवित्रता उसके धर्मी स्वभाव का प्रतिनिधित्व करती है; उसकी पवित्रता वास्तव में उसका धर्मी स्वभाव है। आज मेरे वचनों की पृष्ठभूमि तुम लोगों के भ्रष्ट स्वभाव के आलोक में बोलना, न्याय करना है और विजय का कार्य करना है। केवल यही वास्तविक कार्य है, और केवल यही परमेश्वर की पवित्रता को पूर्णतः स्पष्ट कर सकता है। यदि तुम्हारा स्वभाव बिल्कुल भी भ्रष्ट नहीं होता, तो परमेश्वर तुम्हारा न्याय नहीं करता, तुम भी उसके धर्मी स्वभाव को देखने में सक्षम नहीं होते। चूँकि तुम्हारा स्वभाव भ्रष्ट है इसलिए परमेश्वर तुम्हें नहीं छोड़ेगा। यह इसी माध्यम से है कि उसकी पवित्रता प्रकट होती है। … यह इन्हीं बातों के कारण है कि तुम लोगों का न्याय किया जाता है और तुम लोग उसका कोप भुगतते हैं। यह इन्हीं न्यायों के कारण है कि तुम लोग यह देखने में सक्षम हो कि परमेश्वर धर्मी परमेश्वर है, कि परमेश्वर पवित्र परमेश्वर है। यह उसकी पवित्रता और धार्मिकता की वजह से है कि उसने तुम लोगों का न्याय किया है और तुम लोगों ने उसका कोप भुगता है। क्योंकि मानव जाति की विद्रोहशीलता को देखते समय वह अपने धर्मी स्वभाव को प्रकट कर सकता है, और क्योंकि वह मानवता की गंदगी को देखते समय अपनी पवित्रता को प्रकट कर सकता है, इतना दिखाना पर्याप्त है कि वह परमेश्वर स्वयं है जो पवित्र है और बिना कलंक का है, लेकिन गंदगी की भूमि में भी रहता है।
"वचन देह में प्रकट होता है" से "विजय के कार्य का दूसरा कदम किस प्रकार से फल देता है" से
Source From:सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य, III. अंतिम दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य से सम्बंधित सच्चाई के पहलू पर हर किसी को अवश्य गवाही देनी चाहिए
अनुशंसित:4. अंतिम दिनों में परमेश्वर के न्याय के महत्व को, अंतिम दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य से प्राप्त परिणामों में, देखा जा सकता है।(1)
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