परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
परमेश्वर देह में मुख्यतः इसलिए आता है कि मनुष्य परमेश्वर के असली कार्यों को देख सके, निराकार आत्मा को देह में अहसास कर सके, और वह मनुष्य के द्वारा स्पर्श किया और देखा जा सके। इस तरह से, जिन्हें वह पूर्ण बनाता है वह ही उसे जी पाएँगे, उसके द्वारा लाभ हासिल कर पाएँगे, और वह उसके हृदय के अनुसार हो पाएँगे। यदि परमेश्वर केवल स्वर्ग में ही बोलते, और वास्तव में पृथ्वी पर नहीं आते, तो मनुष्य अब भी परमेश्वर को जानने के अयोग्य होता; परमेश्वर के कार्यों का उपदेश सिर्फ़ खोखले सिद्धांत से दे पाते, और उसके पास परमेश्वर के वचन वास्तविकता के रूप में नहीं होते। परमेश्वर पृथ्वी पर मुख्यतः इसलिए आता है कि उनके लिए जिन्हें उससे लाभ प्राप्त होगा वे एक आदर्श और नमूना बन सके। सिर्फ़ इसी ढंग से मनुष्य व्यावहारिक रूप से परमेश्वर को जान, स्पर्श, और देख सकता है; और केवल इसी ढंग से मनुष्य सचमुच में परमेश्वर के द्वारा लाभ प्राप्त कर सकता है।
परमेश्वर देह में मुख्यतः इसलिए आता है कि मनुष्य परमेश्वर के असली कार्यों को देख सके, निराकार आत्मा को देह में अहसास कर सके, और वह मनुष्य के द्वारा स्पर्श किया और देखा जा सके। इस तरह से, जिन्हें वह पूर्ण बनाता है वह ही उसे जी पाएँगे, उसके द्वारा लाभ हासिल कर पाएँगे, और वह उसके हृदय के अनुसार हो पाएँगे। यदि परमेश्वर केवल स्वर्ग में ही बोलते, और वास्तव में पृथ्वी पर नहीं आते, तो मनुष्य अब भी परमेश्वर को जानने के अयोग्य होता; परमेश्वर के कार्यों का उपदेश सिर्फ़ खोखले सिद्धांत से दे पाते, और उसके पास परमेश्वर के वचन वास्तविकता के रूप में नहीं होते। परमेश्वर पृथ्वी पर मुख्यतः इसलिए आता है कि उनके लिए जिन्हें उससे लाभ प्राप्त होगा वे एक आदर्श और नमूना बन सके। सिर्फ़ इसी ढंग से मनुष्य व्यावहारिक रूप से परमेश्वर को जान, स्पर्श, और देख सकता है; और केवल इसी ढंग से मनुष्य सचमुच में परमेश्वर के द्वारा लाभ प्राप्त कर सकता है।
"वचन देह में प्रकट होता है" से "तुम्हें पता होना चाहिए कि व्यावहारिक परमेश्वर ही स्वयं परमेश्वर है" से
Source From:सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य,अंतिम दिनों के मसीह के लिए गवाहियाँ, I. परमेश्वर के देह-धारण से सम्बंधित सत्य के पहलू पर हर किसी को गवाही देनी चाहिए से।
Source From:सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य,अंतिम दिनों के मसीह के लिए गवाहियाँ, I. परमेश्वर के देह-धारण से सम्बंधित सत्य के पहलू पर हर किसी को गवाही देनी चाहिए से।
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